तुम मुझको कब तक रोकोगे I KBC Poem * Inspirational Hindi poem * Mr. Vikas Bansal I Kids Lounge |
|
An inspirational poem written by Mr. Vikas Bansal (recited by Mr. Amitabh Bachchan in first episode of KBC 2018 season). Superb poem and excellent choice for any poem recitation competition.
Recited by Akshita Bhatt Apologies: In the video, this poem has been wrongly attributed to Mr. R.D. Tailang (scriptwriter of KBC). But actually it has been written by Mr. Viaks Bansal. Our sincere apologies to Mr. Vikas Bansal and our treasured viewers... ======================================= मुट्ठी में कुछ सपने लेकर , भर कर जेबों में आशाएं दिल में है अरमान यही , कुछ कर जाएं , कुछ कर जाएं। सूरज सा तेज़ नहीं मुझमे , दीपक सा जलता देखोगे अपनी हद रौशन करने से, तुम मुझको कब तक रोकोगे, तुम मुझको कब तक रोकोगे.. मैं उस माटी का वृक्ष नहीं , जिसको नदियों ने सींचा है बंजर माटी में पलकर मैंने मृत्यु से जीवन खिंचा है मैं पत्थर पे लिखी इबारत हु , शीशे से कब तक तोड़ोगे मिटने वाला मैं नाम नहीं, तुम मुझको कब तक रोकोगे , तुम मुझको कब तक रोकोगे.. इस जग में जितने जुल्म नहीं उतने सहने की ताकत है तानो के भी शोर में रहकर , सच कहने की आदत है मैं सागर से भी गहरा हु , तुम कितने कंकड़ फेंकोगे चुन चुन के आगे बढूंगा मैं, तुम मुझको कब तक रोकोगे, तुम मुझको कब तक रोकोगे.. झुक झुक कर सीधा खड़ा हुआ , अब फिर झुकने का शौख नहीं अपने ही हाथों रचा स्वयं , तुमसे मिटने का खौफ़ नहीं तुम हालातों की भट्टी में जब जब भी मुझको झांकोगे तब तप कर सोना बनूँगा मैं, तुम मुझको कब तक रोकोगे तुम मुझको कब तक रोकोगे तुम मुझको कब तक रोकोगे… = श्री. विकास बंसल #hindipoem #hindipoemrecitationcompetition #poemsforkids #poemrecitationcompetition #kidslounge |